Kanhaiya Lal Murder Case : राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को स्पष्ट करना चाहिए कि उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड (Kanhaiya Lal murder case) में पीड़ित परिवार को कब न्याय मिलेगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि तीन साल पुराने इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अपने हाथ में ली थी लेकिन एजेंसी अदालत में बयान ही दर्ज नहीं करवा पाई है।उल्लेखनीय है कि जून 2022 में उदयपुर में दो लोगों ने कन्हैयालाल साहू (Kanhaiyalal Sahu) नामक दर्जी की चाकू से बेरहमी से हत्या कर दी थी। घटना के समय गहलोत मुख्यमंत्री थे। गहलोत ने अपने आवास पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारी पुलिस ने घटना के चार घंटे के भीतर ही आरोपियों को पकड़ लिया था। फिर भी एनआईए ने रातों रात इस मामले को अपने हाथ में ले लिया। हमने इस पर कोई ऐतराज नहीं किया क्योंकि वह एक राष्ट्रीय एजेंसी है।
कन्हैयालाल हत्याकांड के परिवार को न्याय कब मिलेगा : गहलोत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि इतने समय बाद भी कन्हैयालाल के परिवार को न्याय नहीं मिला है, उन्होंने कहा, इस मामले में पीड़ित परिवार और प्रदेशवासी न्याय मांग रहे हैं और शाह से पूछा कि उन्हें इंसाफ कब मिलेगा? अमित शाह बृहस्पतिवार को सहकारिता के एक कार्यक्रम में भाग लेने राजस्थान आए थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह घटना केवल पीड़ित परिवार के लिए ही निजी त्रासदी नहीं थी, बल्कि इसने पूरे राज्य को पीड़ा पहुंचाई।

गहलोत ने गत विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान इस घटना को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘हमने (कन्हैयालाल के) दोनों बेटों को सरकारी नौकरी दी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया। यह आजादी के बाद किसी को दिया गया सबसे बड़ा मुआवजा पैकेज था।’
गहलोत ने कहा, उन्होंने झूठा दावा किया कि कन्हैयालाल के परिवार को केवल पांच लाख रुपये मिले जबकि एक मुस्लिम परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया गया। हमारे चुनाव हारने में ये भी एक बहुत कारण था। इस प्रकार से हिंदू मुस्लिम वहां भी किया गया, इन्हें प्रदेशवासी कभी माफ नहीं करेंगे। राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा राज में कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है। गहलोत ने कहा, हाल में एक दलित लड़के का अपहरण कर उसे निर्वस्त्र करके अलवर से बूंदी ले जाया गया। ऐसे अपराधियों में इतनी हिम्मत जिस प्रदेश में हो, उस प्रदेश का क्या हाल होगा? हमें इसकी चिंता है। उन्होंने कहा कि उनकी पिछली सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाए शुरू की थीं, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें कमजोर कर दिया।