मॉस्को। तालिबान को प्रतिबंधित संगठनों की अपनी सूची से हटाने के बाद रूस ने बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान में तालिबान शासन को औपचारिक तौर पर मान्यता दे दी और ऐसा करने वाला वह पहला देश है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि उसे अफगानिस्तान के नवनियुक्त राजदूत गुल हसन हसन से पहचान संबंधी आधिकारिक दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अफगान सरकार को आधिकारिक मान्यता देने से ‘‘हमारे देशों के बीच सार्थक द्विपक्षीय सहयोग’’ को बढ़ावा मिलेगा।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया और इस फैसले का स्वागत करते हुए तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के हवाले से कहा गया कि यह अन्य देशों के लिए एक अच्छा उदाहरण है। तालिबान ने 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमा लिया था।