Bihar Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले है। चुनाव-प्रचार को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है। वहीं विपक्ष मतदात सूची को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगा चुका है। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सवाल उठाने वालों को मौलिक संवैधानिक ज्ञान का अभाव है और वे भारतीय मतदाताओं की तुलना में विदेशी नागरिकों के बारे में अधिक चिंतित हैं।
विपक्ष को सिर्फ बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं की चिंता
गिरिराज सिंह ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में सवाल उठाया कि निर्वाचन आयोग अपना कर्तव्य निभा रहा है, लेकिन इससे किसी को असहज क्यों होना चाहिए? उनका कहना था, मुझे लगता है कि ऐसे सवाल उठाने वालों को संविधान की कुछ समझ होनी चाहिए। चुनाव आयोग बस वही कर रहा है जो संविधान में अनिवार्य है।
VIDEO | Monsoon Session: On Opposition questioning SIR exercise by ECI in Bihar, Union Minister and BJP MP Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) says, "Those who are raising questions must know the constitution. The ECI is doing its job, what it is doing in Bihar, is as per the… pic.twitter.com/DcqviCsRda
— Press Trust of India (@PTI_News) July 21, 2025
विपक्ष का दावा है कि पुनरीक्षण की प्रक्रिया से करोड़ों पात्र लोग मताधिकार से वंचित हो जाएंगे जो प्रासंगिक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं। गिरिराज सिंह ने कहा, उसने (चुनाव आयोग ने) केवल दो बातें पूछी हैं: व्यक्ति भारतीय नागरिक है या नहीं, और दस्तावेज असली हैं या नकली। इससे किसी के लिए असहज स्थिति क्यों हो रही है?
मंत्री ने आरोप लगाया, क्या वे (विपक्षी नेता) विदेशियों को लेकर चिंतित हैं? चाहे रोहिंग्या हों या बांग्लादेशी, क्या उनकी चिंता यही लोग है? ऐसे लोगों को देशभक्त नहीं कहा जा सकता।